जज़्बात एक्सप्रेस कथा जज़्बात एक्सप्रेस कथा
मेरे दिल के हर कोने में, इस कदर हमने तुझे बसाया है। मेरे दिल के हर कोने में, इस कदर हमने तुझे बसाया है।
मैं फिर उन गलियों से गुजरने चली हूँ। मैं फिर उन गलियों से गुजरने चली हूँ।
तुम्हारे प्यार की महक उनमें छाने लगीं है...... कागज के फूल से भी अब खूशबू आने लगीं है तुम्हारे प्यार की महक उनमें छाने लगीं है...... कागज के फूल से भी अब खूशबू आन...
हर बार हम लफ़्ज़ों से हर एक बात कह नहीं पाते जिसके लिए कभी हम ख़ामोशी इख्तियार करते हैं तो कभी हमारी रु... हर बार हम लफ़्ज़ों से हर एक बात कह नहीं पाते जिसके लिए कभी हम ख़ामोशी इख्तियार करते...
किसी को ख़ोने का दर्द। किसी को ख़ोने का दर्द।